सरस्वती पूजा विद्यालयी बच्चों के लिए महत्वपूर्ण,मौसम का मिजाज बदला हुआ रहा।
ब्युरो चीफ-रवि छाबड़ा
कोडरमा/डोमचांच : एस एस एस हाई स्कूल,डोमचांच में सरस्वती पूजा के अवसर पर विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की गई। पूजा में सभी विद्यार्थी,शिक्षक-शिक्षिकाएं मां सरस्वती की वंदना किए तथा आरती गान गाया गया तत्पश्चात् विद्यार्थियों तथा हजारों के संख्या अतिथियों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। विद्यालय के पूजा प्रभारी ममता कुमारी ने इस पावन मौके पर सरस्वती पूजा के महत्व को बताते हुए कहा की सरस्वती पूजा बच्चे विद्या की आराधना करते हैं और शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हैं। सरस्वती पूजा विद्या और ज्ञान के महत्व को मन में बढ़ाती है और लोगों को शिक्षा के प्रति समर्पित बनाती है। सरस्वती पूजा हमारे समाज में शिक्षा के महत्व को साबित करने और विद्या के प्रति समर्पण की भावना को बढ़ावा देती है।वहीं निदेशक सुखदेव हजाम ने कहा की बसंत पंचमी सरस्वती पूजा को बसंत पंचमी के रूप में भी जाना जाता है। यह त्योहार बसंत ऋतु के आगमन का स्वागत करता है और उसकी मिसाल होता है। सरस्वती पूजा भारतीय संस्कृति में ज्ञान, शिक्षा, और कला के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण है।वरिष्ठ शिक्षक आशीष मिस्त्री ने कहा की सरस्वती पूजा के त्योहार के अवसर पर लोग विद्या के प्रतीक, जैसे कि किताबें, पेंसिल, क़लम आदि को पूजते हैं। यह एक मां सरस्वती के आशीर्वाद का प्रतीक होता है कि विद्या के क्षेत्र में सफलता प्राप्त हो।विद्यालय की प्राचार्य रामकृष्ण मेहता ने कहा की बच्चों के लिए सरस्वती पूजा बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह उन्हें शिक्षा और ज्ञान की मां सरस्वती की आराधना करने का अवसर देता है।मौके पर विद्यालय के शिक्षक अरविंद कुमार पंडित,सुनील कुमार मेहता, प्रदीप कुमार मेहता,विवेक कुमार साव,कंप्यूटर ऑपरेटर राजन कुमार मेहता,पुजारी राहुल कुमार मेहता विशाल कुमार सहित विद्यालय के बच्चे,बच्चियां तथा अभिभावक गण मौजूद रहें।