चौपारण के नए थाना प्रभारी बने अनुपम प्रकाश, होंगी कई चुनौतियां
चौपारण थाना प्रभारी दीपक सिंह के तबादले की खबर सुनकर हर वर्ग और ग्रामीण हताश और निराश
क्राफ्ट समाचार/नितिश केशरी
चौपारण/हजारीबाग। हजारीबाग जिले के सबसे बड़े प्रखंड चौपारण के नए थाना प्रभारी बने अनुपम प्रकाश को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। थाना प्रभारी ने पूर्व थाना प्रभारी दीपक कुमार सिंह से पदभार ग्रहण करते हुए कहा कि थाना क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं में कमी आएगी, साथ ही अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर पूरी तरह रोक लगेगी। आम लोगों के साथ पुलिस का दोस्ताना व्यवहार की परंपरा जारी रहेगी। थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश ने भरोसा दिलाया कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा और पुलिस और जनता के बीच बेहतर समन्वय बनाकर आपराधिक घटनाओं में भी कमी लाने का प्रयास करूंगा।
सिंघम दीपक सिंह के बारे में क्या बोले चौपारण वासी?
चौपारण थाना प्रभारी दीपक सिंह ने जब 8 महीने पहले चौपारण थाने की कमान संभाली थी, तब से चौपारण वासियों को काफी राहत मिली है। उन्होंने चौपारण में नशाखोरी, लूट, छिनतई, मवेशी तस्करी को खत्म करने के लिए काफी मेहनत की है। जब से दीपक सिंह ने कमान संभाली थी, तब से चौपारण वासियों के चेहरे पर खुशी थी, लेकिन जब से तबादले की खबर आई और चौपारण वासियों ने सुना/जानना शुरू किया, तब से चौपारण वासियों के चेहरे पर काफी निराशा और उदासी है। चौपारण वासियों का एक ही कहना है कि आखिर एक सच्चे पुलिस अधिकारी का महज 8 महीने में ही तबादला क्यों हो गया? जब से सिंघम चौपारण आए हैं, चौपारण में काफी बदलाव आया है। एक अच्छी पहल के तहत उन्होंने यहां नशाखोरी, लूट, छिनतई, मवेशी तस्करी को रोकने में सफलता हासिल की इसीलिए थाना प्रभारी दीपक सिंह चौपारण वासियों के दिलों में बसे हुए थे। चौपारण वासी उन्हें सिंघम का दर्जा देते थे और वे सिंघम की तरह ही काम कर रहे थे – ऐसा चौपारण वासी कहते हैं।
तबादला की खबर सुनते ही चौपारण में रोष व्याप्त
पूर्व थाना प्रभारी दीपक कुमार सिंह का तबादला पूरे चौपारण में चर्चा का विषय बना रहा। आठ माह पूर्व चौपारण थाना का प्रभार संभालने के बाद थाना प्रभारी दीपक सिंह ने अपनी बेहतर कार्यशैली और विधि व्यवस्था को कायम रखने में एक अच्छे पुलिस अधिकारी होने का प्रमाण दिया है। अपने आठ माह के सेवा काल में उन्होंने चौपारण व्यवसायिक क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के बीच अपनी कार्यकुशलता की अमिट छाप छोड़ी है। उनके स्थानांतरण की खबर सुनकर चौपारण का हर वर्ग हताश एवं दुखी है। खासतौर पर युवावर्ग व गरीब तबके के लोगों का लगाव उनकी बेहतरींन व्यवस्था को लेकर था, जिसके कारण उनके स्थानांतरण की खबर सुनकर आम नागरिकों एवं जनता में काफी आक्रोश है। पिछले आठ माह में नशाखुरानी, लूट, छिनतई, मवेशी तस्करी के करीब 200 मामलों का उद्भेदन कर अपराधियों को जेल भेजा गया है तथा करीब 270 मवेशियों को तस्करों से मुक्त कराया गया है। दीपक सिंह ने व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के साथ-साथ बिरहोर क्षेत्र के जरूरतमंदों को भोजन, बच्चों को कलम एवं कॉपी उपलब्ध कराने की समुचित व्यवस्था की थी। जिसके कारण पूरे जनमानस में दीपक सिंह का नाम सबसे पहले लिया जाता है। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पूरे चौपारण थाना क्षेत्र में किसी भी दुर्घटना में किसी व्यक्ति की मौत होने पर एनएच सड़क पर लगने वाले जाम को खुलवाकर बड़े धैर्य के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। संदिग्ध आरोपियों की तलाश करने में गंभीरता दिखाई तथा उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार किया। लोगों को दीपक सिंह से बड़ी उम्मीदें थीं, जो किसी भी आरोपी को एक सप्ताह के अंदर सलाखों के पीछे पहुंचा सकते थे, लेकिन उनका तबादला कर दिया गया।